हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) के कारण और उपाय
ब्लड प्रेशर - हमारी रक्त वाहिनियों (धमनियों तथा शिराओं) पर पड़नेवाले खून के दबाव को ब्लड प्रेशर कहते हैं.
नार्मल ब्लड प्रेशर (Normal Blood pressure) 120/80 माना जाता है. इसमें पहली संख्या को सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहा जाता है क्योंकि यह हृदय के धड़कने (सिस्टोल) के समय के ब्लड प्रेशर को दिखाता है. दूसरी संख्या को डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहते हैं क्योंकि हृदय के तनाव-मुक्त रहने के समय के ब्लड प्रेशर की सूचना देता है. ब्लड प्रेशर को पारे के स्तंभ में मिलीमीटर में मापा जाता है.
ब्लड प्रेशर के 140/90 से ज़्यादा होने पर उसे हाईपरटेंशन (Hypertension) की अवस्था मानते हैं. इसे हाई ब्लड प्रेशर कहते हैं.
श्रेणी | सिस्टोलिक, मिली मर्करी | डायस्टोलिक, mmHg |
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रक्तचाप बढ़ने के कारण (Causes of High Blood pressure)
रक्तचाप बढ़ने के कई कारण होते हैं.
- आनुवांशिकता,
- मोटापा,
- तनाव,
- किडनी के रोग,
- डायबिटीज (Diabetes),
- जंकफूड का सेवन , गर्भनिरोधक गोलियों (Contraceptive Pills),
- आधुनिक व आरामतलब जीवनशैली,
- रक्त वाहिनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा होना
- हार्मोनल गड़बड़ियां
- नमक के अधिक सेवन,
- गर्भावस्था,
- अधिक मात्रा में चाय/ कॉफी
- सोडा ड्रिंक्स में मिले कैफीन
- धूम्रपान,
- शराब, इत्यादी
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण (Symptoms of High Blood)
- थकावट महसूस होना, मानसिक और शारीरिक श्रम से अनिच्छा
- सिर में भारीपन, सिर के दोनों तरफ तेज सिर दर्द,
- चक्कर आना, बेहोश होना,
- घबराहट, जी मिचलाना,
- नींद न आना, आँखों में खून उतर आना,
- सिर की नसों का फड़कना,
- मानसिक तनाव,
- सीने में दर्द या भारीपन
- हाथ-पैर में झुनझुनी पैदा होना,
- लकवा के अघात लगना,
- चेहरा तमतमाया हुआ रहना,
- नाक से रक्तस्राव, सांस लेने में तकलीफ ,
- समझने या बोलने में कठिनाई,
- चहरे, बांह या पैरो में अचानक सुन्नपन |
- हाई ब्लड प्रेशर के इलाज न होने पर हार्ट अटैक, पक्षाघात, दिमागी नस फटना, ब्रेन हैमरेज ,गुर्दो की खराबी या आकस्मिक मौत की सम्भावना बढ़ सकता है।
उच्च रक्तचाप सामान्य रखने के घरेलु उपाय (HOME REMEDIES)
- पैकेज्ड, कैन्ड, फ्रोज़न फूड का सेवन कम से कम करें.
- बेकिंग पाउडर व अजीनोमोटो वाले प्रोडक्ट्स, बिस्कुट, बेकरी आइटम्स, नमकीन, चिप्स, रेड मीट (Red meat) आदि में नमक और सैचुरेटेड फैट्स (Saturated fats) होते हैं. इनका सेवन कम से कम करें.
- नमक का सेवन कम करे ( दिन भर में एक छोटा चम्मच या लगभग पांच ग्राम नमक का सेवन पर्याप्त है)
- थाली में अलग से नमक लेकर न बैठें.
- साधारण नमक की जगह लो-सोडियम सॉल्ट (Low sodium salt) का उपयोग करें.
- सप्ताह में एक बार बिना नमक का भोजन करने की आदत डालें.
- थाली में नमक के व्यंजनों की संख्या में कटौती करें.
- वज़न कम करें.
- तनाव कम करें,
- पर्याप्त नींद ले.
- ऐसा भोजन लें जिसमें पोटैशियमयुक्त, कैल्शियम और मैग्नीशियम अधिक हो,
- भोजन में फलों और सब्जियों की मात्रा बढ़ाये
- शराब का सेवन न करें.
- भरपूर व्यायाम व योग आदि करें,
- रेशेदार भोजन व फल ज़्यादा ले .
निम्न के उपयोग, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने में सहायक है
- एक गिलास पानी में दो चमच मेथी के बीज (मेथी) भिगोये और रातभर छोड़ दे और इसे दिन में दो बार इस मेथी को खाकर गिलास KE पानी का सेवन करे .
- हर सुबह गर्म पानी में नीबू के रस लें। यह उच्च रक्तचाप का इलाज करने में मदद करता है।
- सुबह में खली पेट 8-10 लहसुन खाएं। यह उच्च रक्तचाप को कम करने में बहुत प्रभावी है।
- दिन में 4 से 5 बार नीबू को पानी के साथ पिने से उच्च रक्तचाप को सामान्य करने में मदद मिलती है।
- प्रतिदिन 4 -6 चम्मच अमला के रस ले । यह उच्च रक्तचाप में बहुत प्रभावी है।
- तरबूज के सेवन करने से उच्च रक्तचाप में लाभ मिलता है ।
- सुबह और शाम में नीम और तुलसी के पत्ते चबाकर खाने से उच्च रक्तचाप के नियंत्रित करने में लाभ मिलता है।
- खाली पेट पपीता का सेवन करें. यह उच्च रक्तचाप में बहुत प्रभावी है।
- बेक्ड आलू का सेवन करें। उच्च रक्तचाप में यह प्रभावी है।
- शहद और प्याज के रस का मिश्रण का सेवन उच्च रक्तचाप में यह प्रभावी है।।
- सुबह हरा घास पर नंगे पैर चलना, योग, मकर आसन, मत्स्य आसन, सूर्य नमस्कार, वजरा आसन, अर्ध पदमा आसन, पवनमुकता आसन, शाव आसन और प्राणायाम रक्तचाप में बहुत प्रभावी होते हैं।
- Soaked fenugreek seeds (methi) in about a glass of water and left overnight and consume the water with seeds twice in day..
- Take lime in hot water every morning .Its helps in curing hypertension.
- Consume 8-10 garlic in the early morning in empty stomach. It is very effective in decreasing the hypertension.
- Drinking of lime water 4 to 5 times a day helps in curing hypertension.
- Take 4 -6 teaspoon full of Amla juice daily. It is very effective in high blood pressure.
- Take Tarbooz (watermelon), It is also effective in high blood pressure.
- Take Neem & Tulsi (basil) and chew in morning and evening. It is very effective in regulating high blood pressure.
- Consume papita (papaya) in empty stomach .
- Consume baked potatoes .It is effective in hypertension.
- Consume mixture of Honey and onion juice twice in a day.
- Walking barefoot on green grass early morning, Yoga, exercises like, Makar asana, Matsya asana, Surya namaskar, Vajra asana, Ardha padma asana, Pavanmukta asana, Shava asana and Pranayam are very effective in blood pressure.
नैचुरल हर्ब्स /रसोई के मसालों आदि उपयोग से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखना
निम्न के उपयोग, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने में सहायक है
लहसुन (Garlic): लहसुन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने में बहुत सहायक होती है. इसमें पाए जानेवाला रसायन (Allicin) हाइपरटेंशन के लिए बहुत लाभदायी है.
प्याज़ (Onions): प्याज़ में मौजूद एंडीऑक्सिडेंट (Antioxidant) फ्लेवेनॉल (Flavonol), कैसेरटिन (Quercetin) आदि हाई और लो ब्लड प्रेशर (diastolic and systolic) दोनों को संतुलित रखने में सहायक होते हैं.
दालचीनी (Cinnamon): दालचीनी ब्लड प्रेशर के साथ साथ डायबिटीज के रोगियों के लिए उत्तम है. इसका सेवन से ब्लड प्रेशर को संतुलित रहता है.
अजवाइन (Oregano): अजवाइन में पाया जानेवाला यौगिक कार्वाक्रोल (Carvacrol) धमनियों के दबाव को कम करता है जिससे हार्ट रेट में कमी आती है और हाई और लो ब्लड प्रेशर, दोनों तरह के ब्लड प्रेशर नियंत्रित होते हैं.
इलायची (Cardamom): इलायची का सेवन करने से ब्लड प्रेशर लेवल में बहुत सुधार होता है .
जैतून (Olives): जैतून के उपयोग से ब्लड प्रेशर को सही लेवल पर रखने में मदद मिलती है
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