Health Benefit - आंवला
परिचय - आंवला एक कसैला स्वाद वाला अत्यन्त गुणकारी पोशक, शीतल, विटामिन सी से भरपूर वृद्धावस्था को रोकने में समर्थ धातृ फल है। यह विटामिन का एक बहुत अच्छा स्त्रोत है। आँवले के 100 ग्राम रस में 921 मि.ग्रा. और गूदे में 720 मि.ग्रा. विटामिन सी पाया जाता है। आर्द्रता 81.2, प्रोटीन 0.5, वसा 0.1, खनिज द्रव्य 0.7, कार्बोहाइड्रेट्स 14.1, कैल्शियम 0.05, फॉस्फोरस 0.02, प्रतिशत, लौह 1.2 मि.ग्रा., निकोटिनिक एसिड 0.2 मि.ग्रा. पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें गैलिक एसिड, टैनिक एसिड, शर्करा (ग्लूकोज), अलब्यूमिन, काष्ठौज आदि तत्व भी पाए जाते हैं।
औषधीय गुण -
आँवला दाह, खाँसी, श्वास रोग, कब्ज, पाण्डु, रक्तपित्त, अरुचि, त्रिदोष, दमा, क्षय, छाती के रोग, हृदय रोग, मूत्र विकार आदि अनेक रोगों को नष्ट करने की शक्ति रखता है। वीर्य को पुष्ट करके पौरुष बढ़ाता है, चर्बी घटाकर मोटापा दूर करता है। सिर के केशों को काले, लम्बे व घने रखता है। दाँत-मसूड़ों की खराबी दूर होना, कब्ज, रक्त विकार, चर्म रोग, पाचन शक्ति में खराबी, नेत्र ज्योति बढ़ना, बाल मजबूत होना, सिर दर्द दूर होना, चक्कर, नकसीर, रक्ताल्पता, बल-वीर्य में कमी, बेवक्त बुढ़ापे के लक्षण प्रकट होना, यकृत की कमजोरी व खराबी, स्वप्नदोष, धातु विकार, हृदय विकार, फेफड़ों की खराबी, श्वास रोग, क्षय, दौर्बल्य, पेट कृमि, उदर विकार, मूत्र विकार आदि अनेक व्याधियों के घटाटोप को दूर करने के लिए आँवला काफी उपयोगी है।
आंवला से रोगों के उपचार
- मोटापा - प्रतिदिन आंवले का रस और शहद पचास-पचास ग्राम सुबह तथा रात सोते समय लेने से पेट का मोटापा दूर हो जाता है।
- मधुमेह - मधुमेह में आंवला और हल्दी का पावडर बराबर मात्रा में लीजिये, अच्छी तरह मिला लीजिए। जितनी बार भी भोजन करें उसके बाद एक चम्मच पावडर पानी से निगल ले।
- सूखी खांसी / खांसी - सूखे आंवले के एक चम्मच पावडर में थोड़ा घी मिला कर पेस्ट बना ले , दिन में दो बार चाटे। सूखी खांसी होने पर आंवले के रस में शहद मिलाकर दिन में दो-तीन बार लेने से काफ़ी आराम मिलता है।
- हिचकी - आंवला, कैथ का गूदा, छोटी पीपर का चूर्ण, शहद से चटाएं तो हिचकियां मिट जाएंगी।
- अतिसार / दस्त (Diarrhea) - कच्चा आंवला पीस कर रोगी की नाभि के चारों ओर कटोरी जैसी बनाकर इस नाभि में अदरक का रस भर दें।
- कब्ज - कब्ज में आँवला पिसा हुआ एक चम्मच रात को पानी या दूध के साथ लेने से सुबह शौच साफ़ आता है, कब्ज़ नहीं रहती। इससे आंते और पेट हलकी और साफ़ रहता है।
- अजीर्ण - ताजा आंवला, अदरक, हरा धनिया मिलाकर चटनी बनावें। इसमें नमक, काला नमक, हींग, जीरा, काली मिर्च मिला चाटे. इससे डकारें आएंगी, भूख खुलेगी, हाजमा बढ़ेगा।
- स्त्रियों का बहुमूत्र (सोमरोग) - आंवले का रस, पका हुआ केले का गूदा, शहद व मिश्री चारों मिलाकर चाटे।
- श्वेत प्रदर (ल्यूकोरिया ) - आंवले की गुठली फोड़ कर निकाले बीजों का चूर्ण पानी से पीस कर शहद व मिश्री मिला कर सवेरे ख़ाली पेट पिलाएं।
- मूत्र कष्ट - आंवले का 25 ग्राम ताजा रस, छोटी इलायची के बीजों का चूर्ण बुरक कर पिये । मूत्र आने लगेगा।
- मूत्र त्याग में दर्द के लिए - 150 ग्राम आंवले का रस लीजिये, बिना कुछ मिलाये पीये
- बवासीर - बवासीर होने पर आंवले पीस कर पीठी को मिट्टी के बर्तन में लेप कर दें। इसमें गाय के दूध की ताजा छाछ भर कर पीये ।
- स्वप्न दोष - प्रतिदिन आंवले का रस और शहद पचास-पचास ग्राम सुबह तथा रात सोते समय ले।
- मुंह के छाले और घाव - आंवले के पत्तों के काढे से दिन में 2 से 3 बार कुल्ले करे ।
- नेत्रों के रोग - आंवला छिलका दरदरा कूट कर पानी में भिगोकर रखें। इसे कपड़े से साफ छान कर दिन में तीन बार 2-2 बूंद आंखों में टपकाएं।
- बाल झड़ना - आंवला रस और नारियल तेल बराबर मात्रा में मिलाकर बालों की जड़ों में मालिश करें।
- नाक से ख़ून आना - नाक से ख़ून आने पर नाक में आंवले के रस की दो बूंद डालें तथा आंवले को पीस कर सिर पर लेप करें।
- उल्टियों की शिकायत - इसमें आंवला (5 ग्राम) के साथ छोटी पीपल (आधा ग्राम) को शहद के साथ लेने से राहत मिलती है।
- अनिद्रा - यदि रात में सोने से पहले इसके रस का सेवन किया जाए तो बहुत अच्छी नींद आती है। अनिद्रा के शिकार लोगों को रात में सोने से पहले आधा-एक चम्मच आंवले का रस पीना लाभकारी होता है।
- बुढापा दूर करने के लिए - 100 ग्राम आंवले का पावडर और 100 ग्राम काले तिल का पावडर मिलाये। अब इसमें 50 ग्राम शहद और 100 ग्राम देसी घी मिलाकर एक चम्मच प्रतिदिन सुबह खाये ।
- ज्वर दूर करने के लिए - दो चम्मच हरे आंवले का रस और दो ही चम्मच अदरक का रस मिश्री मिलाकर दिन में दो बार पिलाये ।
- हकलाहट दूर करने के लिए - 100 ग्राम गाय के दूध में एक चम्मच सूखे आंवले का पावडर मिला कर पीयें, आवाज़ बराबर से निकलेगी और कंठ सुरीला भी होगा।
- छाती में जलन - सूखे आंवले का एक चम्मच पावडर शहद मिला कर सुबह चाटिये या एक चम्मच पावडर में दो चम्मच चीनी और दो ही चम्मच घी मिलाकर चाटिये।
- पीलिया - एक गिलास गन्ने के रस में तीन बड़े चम्मच हरे आंवले का रस और तीन ही चम्मच शहद मिला कर दिन में दो बार पिए।
- स्मरण शक्ति का कमज़ोरी- प्रतिदिन आंवले का रस और शहद पचास-पचास ग्राम सुबह तथा रात सोते समय ले।
- मासिक धर्म में ऐंठन के लिए - आंवले का रस के सेवन से मासिक धर्म के ऐंठन में लाभ मिलता हैं।
आंवला के अन्य लाभ
- हाई ब्लडप्रैशर, एसिडिटी, दृष्टि दोष, मौसमी बुखार, सिर दर्द, पित्त शूल, वायु विकार, अनिद्रा, उल्टी आना, बार-बार पेशाब जाना, प्रोस्टेट ग्रंथि के विकार, हकलाना, तुतलाना, पेशाब में जलन, ह्वदयशूल (पित्त दोष) आदि रोगों में पचास-पचास ग्राम आंवला रस और शहद मिलाकर रोजाना सोते समय लेने से रोग विकार दूर होकर शरीर स्वस्थ बन जाता है।
- रोजाना एक आंवला खाने से पेट साफ रहता है, कब्ज, एसीडिटी जड़ से खत्म हो जाती है, लीवर से जुड़ी बीमारियां नहीं होती हैं।।
- आंवला का सेवन करने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। किडनी से संबंधित समस्याएं नहीं होती है।
- आंवला का जूस पीने से खून साफ होता है। रोज एक आंवला खाने से
- आंवला शरीर की त्वचा और बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
- इसे खाने से त्वचा लंबी उम्र तक जवां बनी रहती है बाल भी सफेद नहीं होते हैं।
- रोजाना आंवले का मुरब्बा खाकर दूध पीने से शरीर स्वस्थ रहता है।
- सुबह नाश्ते में आंवले का मुरब्बा खाने से शरीर स्वस्थ बना रहता है।
- आंवला खाने से आंखों की रोशनी बढती है।
- हर सुबह एक आंवला खाने से पथरी नहीं होती है।
आंवले के दुष्प्रभाव
1. यदि हाइपरएसिडिटी या विटामिन सी खाद्य पदार्थों की संवेदनशीलता है, तो आपको इस फल को नहीं खाना चाहिए।
2. अधिक मात्रा में आंवले के उपयोग से मल कठोर हो सकता है।
3. हाइपोग्लिसेमिक लोगों को आंवले के उपयोग से बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि आंवले के उपयोग से शुगर लेवल कम हो जाने कली संभावना रहती , इससे उनकी स्वास्थ्य स्थिति खराब हो सकती है।
4. जिन लोगों को आंवले से एलर्जी हो, उन्हे कुछ स्वास्थ्य संबंधी परेशानी ही सकती है जैसे दस्त, पेट में दर्द, पेट में ऐंठन, मतली, उल्टी, लाली और अपने मुँह के आसपास सूजन, चेहरे पर लालपन, त्वचा और चेहरे पर पित्ती, श्वास बाधित, सिरदर्द, चक्कर आना, और हल्केपन का अनुभव हो सकता है।