जीरा के अन्य नाम
इंग्लिश में इसे क्यूमिन सीड (cumin seed), वैज्ञानिक नाम क्यूमिनम सायमिनम (cuminum cyminum), तेलुगु में ‘जीलकारा’, तमिल में ‘जीरगम’, मलयालम में ‘जीरकम’, कन्नड़ में ‘जीरिगे’, गुजराती में ‘जीरू’, मराठी में ‘जीरे’, ‘जीर्रे’, ‘जीरोगिरे’ और बंगाली में ‘जीरा या जीरे’ कहते हैं। वैसे तो जीरा तीन प्रकार का होता है, लेकिन बाजार में प्रमुख रूप से इसकी दो ही किस्में उपलब्ध होती हैं – सफेद जीरा और काला जीरा। सफेद जीरा सबसे आम है, जो ज्यादातर खाना बनाने में उपयोग किया जाता है।
जीरा के फायदे
इस सुगंधित मसाले को प्राचीन काल से औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें भरपूर मात्रा में आयरन होता है, जिस कारण यह पाचन में सहायक होता है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है। इसमें एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण भी होता है ।
सेहत के लिए जीरा के फायदे
शुरुआत करते हैं सेहत के लिए जीरा के फायदे से। इस छोटे-से मसाले के कई स्वास्थ्य लाभ हैं।
1. पाचन शक्ति के लिए जीरा के फायदे
आजकल लोगों की जैसी जीवनशैली और खान-पान है, ऐसे में पेट का ठीक रहना मुश्किल है। सही वक्त पर खाना न खाने और खाने के बाद न टहलने के कारण गैस व अपच जैसी समस्या हो जाती हैं। नतीजतन, पाचन शक्ति का कमजोर होना। ऐसे में अगर आप अपने आहार में जीरा को शामिल करें, तो पाचन शक्ति में काफी हद तक सुधार हो सकता है । इसलिए, आप एसिडिटी, गैस या अपच होने पर जीरे के पानी का सेवन कर सकते हैं।
2. आयरन
यह तो लगभग हर कोई जानता है कि आयरन हमारे शरीर के लिए जरूरी है। आयरन की कमी से कई तरह की शारीरिक समस्याएं जैसे – एनीमिया यानी खून की कमी व कमजोरी हो सकती है। ऐसे में अगर जीरा का सेवन किया जाए, तो यह काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। जीरा आयरन से भरपूर होता है । इसके सेवन से आयरन की कमी दूर होगी और खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा में सुधार होगा।
3. बुखार या सर्दी-जुकाम के लिए जीरा के फायदे
हल्की-फुल्की सर्दी-जुकाम या बुखार होना आम बात है। ऐसे में जरूरी नहीं कि आप तुरंत दवा लें, उसकी जगह आप घरेलू उपाय आजमाएं। कई बार सर्दी-जुकाम होने पर बार-बार छींक आने या नाक में असहज महसूस होने की शिकायत होती है। इस स्थिति में आप मुट्ठीभर जीरे को भूनकर कपड़े में बांध लें और थोड़ी-थोड़ी देर बाद उसे सूंघते रहें। इसके अलावा, अगर आपको ठंड या बुखार है, तो जीरे के पानी को गुड़ के साथ पी सकते हैं। जीरे की तासीर गर्म होती है, ऐसे में इसके सेवन से आप बुखार से भी बच सकते हैं ।
4. रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जीरा के फायदे
प्रत्येक व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना जरूरी है। इसके लिए आप भोजन में जीरे को शामिल कर सकते हैं। इसमें इम्यूनोमॉडलट्री गुण (Immunomodulatory) होते हैं, जिस कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है ।
5. वजन कम करने के लिए जीरा के फायदे
तला-भूना व जंक फूड खाना और व्यायाम न करना आदि कई कारण हैं, जिससे लोग मोटापे का शिकार हो रहे हैं। वहीं, शोध के अनुसार जीरा वजन कम कर सकता है। वजन कम करने के लिए इसका प्रभाव उतना ही होता है, जितना ओर्लिस्टेट 120 (orlistat 120) और प्लेसिबो (कैप्सूल) का होता है। साथ ही यह मेटाबॉलिज्म पर भी असर कर सकता है । जीरा पाउडर के सेवन से मोटापे की शिकार महिलाओ में वजन कम होता देखा गया है ।
6. एनीमिया के लिए जीरा के फायदे
सही और स्वस्थ आहार न लेना, आयरन की कमी होना व कई अन्य कारणों से आजकल कई लोग एनीमिया से जूझ रहे हैं। इसकी वजह से शरीर कमजोर होने लगता है, चक्कर आने लगते हैं और देखते ही देखते शरीर कई अन्य समस्याओं से घिर जाता है। अगर वक्त रहते एनीमिया पर ध्यान न दिया जाए, तो परेशानी और बढ़ भी सकती है। अगर इस समस्या में आप जीरे का सेवन करेंगे, तो एनीमिया से बचा जा सकता है, क्योंकि जीरे में प्रचुर मात्रा में आयरन होता है । इसलिए, अपने आहार में जीरा शामिल करें।
7. गठिया के लिए जीरा के फायदे
बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों और जोड़ों में दर्द होना आम बात है। कई बार यही दर्द आगे चलकर गठिया का रूप ले लेता है, लेकिन अगर आप खाने में कुछ मसालों को नियमित रूप से शामिल करेंगे, तो यह खतरा कम हो सकता है। जीरा उन्हीं में से एक है। जीरे में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होता है, जो सूजन से बचाव कर सकता है और गठिया को होने से रोक सकता है। आप जीरे का पानी पिएं, खाने में जीरा शामिल करें या फिर जीरे का तेल लगाएं, यह हर लिहाज से फायदेमंद है ।
8. पेट दर्द के लिए जीरा के फायदे
पेट दर्द कभी भी और किसी भी कारण से हो सकता है। अगर आपको भी पेट दर्द या पेट से जुड़ी समस्या है और आप इस कारण दर्द निवारक दवाइयां खाने के आदी हैं, तो आप अपनी डाइट में जीरा शामिल करें। जीरा पेट दर्द, डायरिया, पेट के कैंसर व पेट से जुड़ी अन्य परेशानियों से बचाव कर सकता है । यहां तक कि यह इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (पेट की समस्या) से भी राहत दिलाता है । आप जीरे को खाने में मसाले के तौर पर या फिर जीरे का पानी भी पी सकते हैं। अगर पेट की समस्या ज्यादा बढ़े, तो अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
9. मधुमेह के लिए जीरा के फायदे
मधुमेह से निपटने के लिए आप सही आहार के साथ-साथ जीरा को भी डाइट में शामिल करें। जिन्हें डायबिटीज नहीं है, जीरे के सेवन से उनमें इसका खतरा कम हो सकता है। वहीं, जिन्हें मधुमेह है, उनका शुगर स्तर संतुलित रहेगा। जीरा ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद करता है और शरीर में उचित ब्लड कंटेंट के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। इस प्रकार कहा जा सकता है कि यह मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए वरदान है ।
10. मासिक धर्म में जीरा के फायदे
मासिक धर्म के समय मूड स्विंग्स, पेट में ऐंठन, मतली, पेट में दर्द जैसी समस्याएं लगभग हर महिला को होती हैं। वहीं, कुछ महिलाओं को अनियमित महावारी से जूझना पड़ता है। इस अवस्था में कुछ महिलाएं दवाइयां खाती हैं, जो सही नहीं है। आगे चलकर इसके दुष्परिणाम हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में पौष्टिक आहार लेने के साथ-साथ जीरे का सेवन कर सकते हैं। इसमें दर्द निवारक और ऐंठन को कम करने के गुण हैं, जिस कारण यह पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से राहत दिला सकता है ।
त्वचा के लिए जीरा के फायदे
1. चमकती त्वचा के लिए जीरा के फायदे
ज्यादा मेकअप से चेहरे की चमक खत्म होने लगती है। परिणामस्वरूप, बेजान त्वचा, वक्त से पहले झुर्रियां व दाग-धब्बे परेशान करने लगते हैं। ऐसे में जीरे को घरेलू उपचार के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। जीरा विटामिन-ई से भरपूर होता है, जो निखरी व खूबसूरत त्वचा के लिए जरूरी है। इसलिए, आप जीरे को अपने आहार में शामिल कर त्वचा पर निखार ला सकते हैं। जीरे का पानी पीने से भी त्वचा को फायदा हो सकता है इसके अलावा, आप जीरे का पेस्ट भी लगा सकते हैं, नीचे हम उसकी विधि आपको बता रहे हैं।
सामग्री :
- एक चम्मच जीरा पाउडर (आवश्यकतानुसार)
- एक चम्मच शहद
- चुटकीभर या आधा चम्मच हल्दी
बनाने और लगाने की विधि :
- जीरा पाउडर, शहद और हल्दी पाउडर को मिलकर पेस्ट तैयार कर लें।
- अब इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं।
- सूखने तक इसे रहने दें और फिर धो लें।
कब और कितनी बार लगाएं : आप इसे हफ्ते में एक बार लगा सकते हैं।
अगर जीरे का पेस्ट लगाना आपको पसंद नहीं, तो नीचे दी गई एक अन्य विधि का उपयोग कर सकते हैं।
सामग्री :
- एक चम्मच जीरा
- एक या दो गिलास गर्म या गुनगुना पानी
बनाने और लगाने की विधि :
आप जीरे को गर्म पानी में हल्का उबालकर उससे अपना चेहरा धो सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि पानी ज्यादा गर्म न हो। पानी ज्यादा गर्म होने से आपकी त्वचा जल सकती है।
2. त्वचा संबंधी परेशानियों के लिए जीरा के फायदे
त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए सही पौष्टिक तत्वों का सेवन करना भी जरूरी है। जैसा कि आप जानते हैं, जीरे में विटामिन-ई की भरपूर मात्रा होती है, जिससे आपकी त्वचा स्वस्थ व चमकदार बनी रहती है। साथ ही जीरे में कीटाणुनाशक (disinfectant) और एंटी-फंगल (anti-fungal) गुण होते हैं, जो आपकी त्वचा को फंगल और माइक्रोबियल संक्रमण से बचाते हैं। आप फोड़े-फुंसी, एक्जिमा, सोरायसिस व अन्य त्वचा विकारों पर जीरा पेस्ट का उपयोग कर सकते हैं। यह पेस्ट घावों को जल्दी भरने में मदद कर सकता है । आप अपने फेस पैक में भी थोड़ा जीरा पाउडर उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा, आप इसका सेवन भी कर सकते हैं।
3. एंटी-एजिंग के लिए जीरा के फायदे
जीरे में मौजूद विटामिन-ई शरीर के भीतर एंटी-एजिंग प्रक्रिया को सक्रिय होने में मदद करता है। इस प्रकार वक्त से पहले त्वचा और चेहरे पर उम्र बढ़ने के लक्षणों से बचा जा सकता है। यह एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम कर उन फ्री रेडिकल्स से लड़ता है, जिनके कारण झुर्रियां, दाग-धब्बे और त्वचा संबंधी अन्य समस्याएं हो सकती हैं। एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुणों के मिश्रण से भरपूर जीरा आपको स्वस्थ व सुंदर त्वचा प्रदान करता है ।
4. फोड़े के उपचार के लिए जीरा के फायदे
जीरे का नियमित सेवन या उपयोग करने से त्वचा को फोड़े-फुंसियों, रैशेज व पिंपल से बचाया जा सकता है। इसका कारण यह है कि इसमें क्यूमिनडिहाइड (Cuminaldehyde), थाइमोल और फास्फोरस जैसे घटक होते हैं (1), जो अच्छे डिटॉक्सिफाइंग एजेंट होते हैं। ये मल व मूत्र के माध्यम से शरीर से विषाक्त पदार्थों को नियमित रूप से हटाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, जीरे का पानी पीने से पेट व पाचन शक्ति सही रहती है। जब आपका पेट साफ रहता है, तो न सिर्फ आप बीमारियों से बचे रहते हैं, बल्कि त्वचा पर पिम्पल और दाग-धब्बे भी नहीं होते हैं। इसलिए, आप जीरे का पानी पिएं या जीरे को अपने आहार में नियमित रूप से शामिल करें। आप जीरा पाउडर को रायते में भी डाल सकते हैं।
5. खुजली और शरीर के तापमान के लिए जीरा के फायदे
कई बार लोगों को बदलते मौसम या प्रदूषण की वजह से शरीर में खुजली की समस्या हो जाती है। वहीं, कुछ लोगों के शरीर का तापमान कम-ज्यादा हो जाता है। अगर आप भी कुछ ऐसी ही समस्या से पीड़ित हैं, तो आप जीरे का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप उबले हुए पानी में जीरा डाल दें। फिर जब पानी ठंडा हो जाए, तो उस पानी से स्नान करें ।
6. बर्निंग सेंसेशन या जलन की अनुभूति के लिए जीरा के फायदे
कई बार गर्मी, बदलते मौसम, गर्म दवाइयों व अन्य कारणों से मांसपेशियों में, गले में, मुंह में, प्राइवेट पार्ट्स में, हाथ-पैरों में, पेट में व त्वचा में जलन होने लगती है। इस स्थिति में घरेलू उपचार बहुत काम आते हैं। आपको जीरे के पानी से हथेलियों और तलवों की जलन से छुटकारा मिल सकता है।
जीरा पानी बनाने की विधि :
आप 4 लीटर पानी में एक चम्मच जीरा डालकर उबालें।
इसे गैस से उतारकर ढक कर रख दें।
जब भी आपको भोजन के बाद प्यास लगे, तो आप इस पानी को पी सकते हैं।
अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए इसे गर्म पीने की सलाह दी जाती है।
बालों के लिए जीरा के फायदे कई हैं। आगे हम इन्हीं फायदों के बारे में बात कर रहे हैं।
बालों के लिए जीरा के फायदे –
1. बालों को झड़ने से बचाने के लिए जीरा के फायदे
अगर आप बालों को स्वस्थ रखना चाहते हैं और झड़ने से बचाना चाहते हैं, तो जीरा का उपयोग करें। आप जीरा को खा सकते हैं या फिर जीरे के पानी से अपने बाल धो सकते हैं। जीरे को पानी में डालकर उबाल लें और पानी ठंडा होने पर उससे बालों को धो लें। कई बार विटामिन, प्रोटीन व आयरन की कमी से भी बाल झड़ने लगते हैं (18) (19) (20)। ऐसे में जीरा पोषक तत्वों का खजाना है। इससे बालों को पर्याप्त पोषण मिलता है और बाल स्वस्थ रहते हैं व कम टूटते हैं। आप इसे अपने रोज के आहार में शामिल कर सकते हैं ।
2. रूसी के लिए जीरा के फायदे
धूल-मिट्टी और प्रदूषण के कारण सिर की त्वचा में गंदगी से डैंड्रफ होने लगता है। बाद में यह बैक्टीरिया का कारण बनता है। इससे निपटने के लिए एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी उपचार की जरूरत होती है । इस मामले में जीरे का एसेंशियल ऑयल कारगर घरेलू उपचार है, जो एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर है । ध्यान रहे कि जीरे का एसेंशियल ऑयल लगाकर आप धूप में न जाएं, क्योंकि ऐसा करने से आपको त्वचा में संवेदनशीलता महसूस हो सकती है। इसमें कोई शक नहीं कि हर्बल चीजों का उपयोग डैंड्रफ पर ज्यादा असरदार हो सकता है ।
3. चमकदार बालों के लिए जीरा के फायदे
बाल लंबे हों या छोटे उनमें चमक जरूर होनी चाहिए। चमकदार बाल आकर्षण का केंद्र होते हैं। इसके लिए आप केमिकल युक्त शैंपू व अन्य उत्पाद की जगह घरेलू उपाय अपनाएं। जीरा उन्हीं घरेलू उपचारों में से एक है। आप चमकदार बालों के लिए जीरा का सेवन कर सकते हैं या उसका पेस्ट बालों पर लगा सकते हैं। जीरे में कई तरह के पौष्टिक तत्व होते हैं, जो बालों की चमक बढ़ाते हैं और उन्हें पोषण देकर स्वस्थ बनाते हैं।
जीरे का उपयोग –
साबुत जीरा और जीरा पाउडर दोनों ही खाने का स्वाद बढ़ाते हैं। जीरे को किसी भी खाद्य पदार्थ में डालने से पहले भून लें, ताकि यह न सिर्फ सब्जी में सुगंध लाए, बल्कि उसका स्वाद भी बढ़ाए। जरूरी नहीं है कि जीरा हर किसी को पसंद आए, इसलिए नीचे हम आपको जीरा का सेवन करने के कुछ आसान टिप्स बता रहे हैं :
1. जीरे की चाय
आप जीरे की चाय या कहें जीरे का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। इससे पेट साफ रहेगा और कई सेहत संबंधी समस्याएं दूर रहेगी। यहां हम जीरे की चाय बनाने की विधि शेयर कर रहे हैं।
सामग्री :
- एक से दो कप पानी
- जीरा (आवश्यकतानुसार)
बनाने की विधि :
- आप पानी में जीरे को उबाल लें।
- इसे थोड़ी देर भीगने दें और फिर इसका सेवन करें।
2. दाल में तड़का लगाने के लिए
आप दाल बनाते समय उसमें जीरे का तड़का लगा सकते हैं। इससे न सिर्फ दाल से सुगंध आएगी, बल्कि दाल का स्वाद भी बढ़ जाएगा।
3. सब्जी बनाने में
अगर सब्जी बनाने से पहले जीरे को हल्का भूनकर उसका तड़का लगाया जाए, तो सब्जी का स्वाद कई गुना बढ़ जाता है। सिर्फ हरी-सब्जियां ही नहीं, बल्कि आप मछली, मीट, अंडा और चिकन में भी जीरा डाल सकते हैं।
4. जीरा राइस
आजकल कई लोगों को जीरा राइस पसंद आने लगा है। इसे न सिर्फ बनाना आसान है, बल्कि यह स्वादिष्ट भी है। आप इसे दाल, सब्जी या चिकन के साथ खा सकते हैं। यहां तक कि अगर आप स्वास्थ्य के प्रति बहुत ज्यादा सजग हैं, तो आप ब्राउन राइस में भी जीरा डालकर खा सकते हैं।
5. सूप या सॉस
आप जीरे को सूप, अचार व सॉस बनाने में भी उपयोग कर सकते हैं।
6. पंच फोरन
जीरा के बीज का उपयोग बंगाली मसाला मिश्रण तैयार करने के लिए किया जाता है, जिसे ‘पंच फोरन’ के रूप में जाना जाता है। यह मूल रूप से कलौंजी, सरसों, मेथी के बीज, सौंफ के बीज और जीरा का मिश्रण होता है। इस मसाले के मिश्रण का उपयोग कई व्यंजनों में किया जाता है, जैसे कि आलू की सब्जी व मछली। इस मिश्रण से खाने का स्वाद बढ़ जाता है।
जीरा या जीरा पाउडर बाजार में आसानी से उपलब्ध है। कुछ लोगों को पता नहीं होता कि सही जीरे का चुनाव कैसे करें और उसे सही तरीके से कैसे रखा जाए कि वह ज्यादा दिनों तक ठीक रहे। यहां हम इसी बारे में बता रहे हैं।
1. आप जीरे के पाउडर की जगह साबुत बीजों को प्राथमिकता दें, क्योंकि जीरे के पाउडर में अन्य मसालों का मिश्रण हो सकता है। वक्त के साथ-साथ इसका स्वाद और सुगंध कम हो सकती है।
2. अगर आपको जीरा पाउडर की जरूरत है, तो आप घर में भी साबुत जीरे का पाउडर बना सकते हैं।
3. अन्य सूखे मसालों की तरह आप जीरा भी ऑर्गनिक लेने की कोशिश करें।
4. अगर अच्छी गुणवत्ता के जीरा पाउडर को रगड़ा जाए, तो उसमें से अच्छी खुशबू और उसका चटपटा स्वाद होता है।
5. अगर आप साबुत जीरा ले रहे हैं, तो वो टूटे नहीं होने चाहिए और अच्छी तरह से पैक होने चाहिए।
6. हमेशा कोशिश करें कि अच्छे से पैक किया हुआ जीरा लें और पैकेट पर पैकिंग और कब तक उपयोग कर सकते हैं, वो तिथि देख लें। खुला हुआ जीरा न लें।
जीरा के नुकसान –
हर चीज के अगर फायदे हैं, तो उसके अति उपयोग से नुकसान भी हो सकता है। यहां हम जीरा के दुष्प्रभाव बता रहे हैं।
1. जीरे की तासीर गर्म होती है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को जीरे का सेवन डॉक्टरी की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
2. अगर किसी को जीरे से एलर्जी है या कोई पहली बार जीरे का सेवन कर रहा है, तो थोड़ी सावधानी के साथ इसका सेवन करें, क्योंकि इससे त्वचा पर रैशेज या एलर्जी हो सकती है।
3. इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है, इसलिए डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए।
4. पीरियड्स के दौरान इससे फायदा हो सकता है, लेकिन अत्यधिक सेवन से उल्टा रक्तस्त्राव ज्यादा हो सकता है।
5. इसके ज्यादा सेवन से सीने में जलन और लिवर व किडनी की समस्या हो सकती है।
इसको लंबे वक्त तक स्टोर कैसे करें?
अब बात आती है कि जीरा को कैसे रखा जाए कि उसे ज्यादा दिनों तक उपयोग में लाया जा सके। नीचे हम आपको इसके भी कुछ टिप्स बता रहे हैं :
1. जीरा और जीरा पाउडर को एक ठंडे, अंधेरे और सूखे स्थान पर कसकर सील किए गए गिलास कंटेनर में रखना चाहिए।
2. इसे महीनों तक स्टोर किया जा सकता है। आवश्यकता पड़ने पर बीजों को हाथ की चक्की का उपयोग करके पीसा जा सकता है।
3. साबूत और पिसे हुए जीरे को आप एयर टाइट कंटेनर में डालकर फ्रिज में लंबे वक्त तक रख सकते हैं।
4. पिसे हुए जीरे को जल्द से जल्द उपयोग करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि यह जल्द ही अपना स्वाद खो देता है।
5. साबुत जीरा एक साल तक ताजा रह सकता है, जबकि जीरा पाउडर की शेल्फ लाइफ 6 महीने की होती है।